20 जुलाई 2011
लंदन। एक ब्रिटिश संसदीय समिति ने पाया है कि रूपर्ट मडरेक की न्यूज इंटरनेशनल कम्पनी ने 'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' के फोन हैकिंग मामले की पुलिस जांच में जानबूझकर रोड़े अटकाने की कोशिश की थी।
समाचार पत्र 'गार्जियन' की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक समिति ने पाया है कि कम्पनी ने 'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' द्वारा की गई फोन हैकिंग की मेट्रोपॉलिटन पुलिस द्वारा 2005-2006 में की गई जांच में जानबूझकर रोड़े अटकाने की कोशिश की थी।
समिति की रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है, जब एक दिन पहले ही रूपर्ट मडरेक और उनके बेटे जेम्स ने समिति के समक्ष गवाही दी है। यह रिपोर्ट, न्यूज इंटरनेशनल की करतूतों पर एक घातक सरकारी फैसले के रूप में देखी जा रही है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पुलिस बड़ी मात्रा में सामग्रियों का परीक्षण कर पाने में विफल रही है, जिससे फोन हैकिंग साजिश में अन्य लोगों की संलिप्तता और पीड़ितों का पता लग सकता था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फोन हैकिंग मामले की नई जांच के लिए सरकार से अधिक धनराशि मिलनी चाहिए, ताकि हैकिंग के सम्भावित पीड़ितों से अधिक तत्परता से सम्पर्क किया जा सके।
पुलिस जांच में बाधा पहुंचाने सम्बंधी न्यूज इंटरनेशनल की कोशिशों के बारे में यह रिपोर्ट, समिति द्वारा उन वरिष्ठ मेट्रोपॉलिटन अधिकारियों का पक्ष सुनने के बाद सामने आई है, जो उस मामले से जुड़ हुए थे, जिसकी जांच में अखबार प्रकाशक ने बाधा पहुंचाई थी।
डेविड कैमरन के चीफ ऑफ स्टाफ, एड लेवलिन की मंगलवार को फोन हैकिंग मामले में उस समय संलिप्तता उजागर हो गई, जब देश के दो अति वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने खुलासा किया कि लेवलिन ने उनसे आग्रह किया था कि उन्हें घटनाक्रम के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी नहीं देनी चाहिए।
'गार्जियन' ने कहा है कि लेवलिन ने सितम्बर में स्कैंडल के बारे में प्रधानमंत्री को भेजी जा रही सूचनाओं को रोके जाने का आग्रह किया था। उसके कुछ ही दिनों बाद 'न्यूयार्क टाइम्स' ने एक रपट प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि एंडी कौलसन जब 'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' के सम्पादक थे, तो उन्हें अनधिकृत आचरणों के इस्तेमाल की जानकारी थी।
रविवार को इस्तीफा देने वाले मेट्रोपॉलिटन पुलिस के पूर्व आयुक्त पॉल स्टीफेंसन और सोमवार को इस्तीफा देने वाले पूर्व सहायक पुलिस आयुक्त जॉन येट्स ने समिति के समक्ष कहा कि वे समझते हैं कि लेवलिन प्रधानमंत्री को इस मामले से अलग रखना चाहते थे।
समिति के अध्यक्ष, सांसद कीथ वाज ने कहा, "मेट्रोपॉलिटन पुलिस इस मामले में कई जगह विफल रही है और न्यूज इंटरनेशनल ने जांच में बाधा पहुंचाने की जानबूझकर कोशिश की है। पुलिस और अभियोजक कानून की व्याख्या को लेकर बहस करते रहे हैं।"
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